हे प्रभु! आशीष दीजिए जीवन पवित्र हो-शुद्ध हो और यह आपकी राह पर चले | प्रार्थना | Prarthana

हे प्रभु! आशीष दीजिए जीवन पवित्र हो-शुद्ध हो और यह आपकी राह पर चले | प्रार्थना | Prarthana

प्रभु आपसे  प्रार्थना करते हैं

प्रभु आपसे  प्रार्थना करते हैं

प्रार्थना

जगतपिता जगतनियंता परमेश्वर से अपना संबंध जोड़िये, श्रद्धाभाव से अपने प्रभु को प्रणाम करें। घट घट वासी अंतर्यामी परमेश्वर हमारे प्राणों का भी प्राण है आंखों में ज्योति देने वाला और इस पूरे संसार की ज्योति वही है इसीलिए वह ज्योति स्वरूप है। हमारी बुद्धि भी जिसके कारण काम करती है इसलिए समस्त ज्ञान का स्वरूप भी भगवान है। प्रभु आपसे  प्रार्थना करते हैं

महाशक्ति पतित पावन परमेश्वर है

पतित से पतित को भी पावन करने वाली शक्ति प्रभु है।
जल हमारे शरीर के मैल को धोता है, शांति हमारे मन को शांत करती है, प्रेम हमारे ह्रदय को द्रवित करता है लेकिन जिससे ये सारी शक्तियां और सारी किरणें प्रकट होती हैं और जो हमारे तन को मन को आत्मा को बुद्धि को अंतःकरण को शुद्ध करे पवित्र करे वह महाशक्ति पतित पावन परमेश्वर है।

उस प्यारे परमेश्वर से अपना ध्यान लगाते हुए सर्वप्रथम प्रार्थना करें कि हे पतित पावन! हमारे समस्त दोष, खोट, मैल, क्लेश, पाप वृत्तियों को आप नष्ट कीजिए हमें शुद्ध कीजिये क्यूंकि शुद्ध होकर के ही हम आपके गोद में आ सकते हैं, आपके कृपा पात्र बन सकते है।

प्रभु आपसे  प्रार्थना करते हैं

प्रभु आपसे ये भी प्रार्थना करते हैं शुद्ध होने के बाद हम अशुद्ध होने की दशा में ना चलें, हमारी मानसिक दृष्टि भी बदले, पवित्र रहें और पवित्रता की तरफ चलें, जीवन के अंधेरे से प्रकाश की ओर आएं और फिर प्रकाश की ओर ही हमारी रुचि हो।

अच्छे हो जाएं और फिर अच्छाई की तरफ चलने की ही प्रवृत्ति हो।
धर्म जीवन में आ जाए धार्मिकता आ जाए और उसके बाद हम धर्म का ही आचरण करते रहें अधर्म का नहीं।

प्रभु आशीष दीजिए सभी का कल्याण हो

हमें आशीष दीजिए जीवन पवित्र हो शुद्ध हो और यह आपकी राह पर चले। हम अपने आपको और ऊंचा उठाते जाएं।
हर दिन हमारा विकास हो हर दिन हमारी उन्नति हो और हम इस संसार में कमल के फूल की तरह संसार के सरोवर में ऊपर उठकर इस धरती की शोभा बनें। इस संसार को शोभायमान करें, अपने चेहरे की मुस्कुराहट प्रसन्नता में खिलें और आपका धन्यवाद करते हुए जियें शिकायत करते हुए नहीं।

प्रभु आशीष दीजिए सभी का कल्याण हो।

ॐ शांति: शांति शांति: ॐ

3 Comments

  1. Aklesh paswan says:

    Guruwar our Guru Mata ji ke charan kamalo me Hamare pure parivar ke taraf se sawan ke is pawan mahine me koti koti pranam . Bas Guruwar Apki jitani krippa ho jaye hamre parivar ke liye Amullay haih . Apne hame sanghars karate huye jina sikhaye .
    PRIYA BHAKAT
    AKLESH PASWAN
    DANKUNI WEST BENGAL

  2. Aklesh paswan says:

    Guruwar our Guru Mata ji ke charan kamalo me Hamare pure parivar ke taraf se sawan ke is pawan mahine me koti koti pranam . Bas Guruwar Apki jitani krippa ho jaye hamre parivar ke liye Amullay haih . Apne hame sanghars karate huye jina sikhaye .
    PRIYA BHAKAT
    AKLESH PASWAN
    DANKUNI WEST BENGAL

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